थारु साहित्य

भैया माघ आइटा

बतास्या भैया भैया रै भैया हेर ट माघ आइटा डोनी भर सुरीक सिकार ओ टाट्टुल ढिक्री बिल्गाइटा!! लहाके आपन से गोट्रान सबके घर [...]

हे माघ

योगेश चौधरी ‘राज’ जुटल फुटल करम हन सोझ्याइक लाग उठाइक पर्ना सोझ बन्हो कठो मलिक्वा छान्डेउ बरा कर्ना–कर्ना!! [...]

लौव नेपाल

प्रसादु थारू, हम्र कहिया कली उ भूमि हमार केल हो। हम्र कहिया कली उ जल, जंगल हमार केल हो। हम्र कहिया कली थरुहट हमार [...]

मोर मैयाँ (थारु गजल)

मोर मैयाँ छोर्ख जइना निष्ठुरीहे बधाई । महिसे नाता तोर्ख जइना निष्ठुरीहे बधाई ॥ मैयाँके नाटक खेल्टि नेङग्ना तु निष्ठुरी। मोर भावना खेल्ख [...]

फुलपरी (कविता)

सियाराम चौधरी- फुलपरी, हावाके झोका जेखा एकेछनमे राजविराज एकेछनमे लहान ने भुखप्यास कहैछै ने लागैछै ओकरा थकान। कखनो डेख्बै हाटबजारमे कखनो डेख्बै जाइट [...]

थारु भाषा गजल

निशा चौधरी- मोकमसे तिक्खर नजर मारल यी जोन्ह्या आपन मैगर मैयाके घेरम पारल यी जोन्ह्या पैल्ह मिठ मिठ बात करक मैया जालम फँसाक [...]

दसनीक् लँहगा

श्यामल– टाटुल हावक् बहाउसे फर्फराइठ् हारल देशक् झण्डाहस् दसनीक् लँहगा। ढेर चोट सह सेकल ढेर रकट बहा सेकल ढेर बलात्कार खप सेकल जिमडरवक् [...]

लौव वर्ष

निशा चौधरी- चारुओर खुसीयाली छँइटी आइल लौव वर्ष जोश, जाँगर लेक लौव आघ बह्री आब हम्र विहानीक ओजरार केर्नी बन्के, आइल बसन्तके बहार [...]

लौव पुस्ता (कविता)

मोती कुमार चौधरी- ए लौव पुस्ताके नव युवा संघरिया गोंची आपनहे अप्ने महा विद्धान कभु ना सोँची डिन्छे पहरली अप्न महा जन्नाहा बन्ली [...]