तीन थारू स्रष्टा पुरस्कृत (थारु भाषा)

काठमाडौं- संस्कृति, पर्यटन तथा नागरिक उडड्यन मन्त्रालयसे हरेक बरस डे जैना राष्ट्रिय ओ क्षेत्रीय प्रतिभा पुरस्कारसे तीन थारू स्रष्टा पुरस्कृत हुइल बटाँ। क्षेत्रीय प्रतिभा पुरस्कारसे पुरस्कृत हुउइयनमे संस्कृति विधामे फनिश्याम थारू (अमाही बेल्हा–२, सुनसरी) ओ बमबहादुर थारू (गजेडी–२, बकुलगाढ, रुपन्देही) बटाँ। ओस्टक नाट्य ओ संगीत विधामे रेशमलाल चौधरी (दुर्गौली–९, जगतपुर, कैलाली) पुरस्कृत हुइल बटाँ। भानु जयन्तीके अवसरमे असार २९ गते मन्त्री परिषदके अध्यक्ष खिलराज रेग्मी स्रष्टालोगन पुरस्कार डेलाँ। पुरस्कार राशी ५० हजार ओ प्रमाणपत्र बा।
फनिश्याम थारूक् थारू लोकसंस्कृति र चाडबाड (२०६९) ओ थारू लोकसाहित्यः एक अध्ययन (२०७०) पोष्टा प्रकाशित बटिन। २०२८ सालमे चौताल करेजा फार गीत संग्रह प्रकाशित कर्लक बमबहादुर थारूक् २०४९ सालमे चौताल टाइगर, चौताल रसभरी, चौताल हथगोला तीनठो गीत संग्रह प्रकाशित बटिन। हुँकार अन्य कृतिमे ई जिन्गी (२०५५) खण्डकाव्य, रुपन्देहीको थारू समाज र संस्कृति (२०६७) लगायत पोष्टा फेन निकरल बटिन्। एक दर्जनसे ढेर पोष्टक पाण्डुलिपी छापक लग तयार करल उहाँ थारू शब्दकोश छप्ना तयारीम बटाँ।
रेशम चौधरी आठ कक्षम पह्रहीबेर जोगनी थारू भाषक् पत्रिकाके सम्पादक बन्के थारू साहित्यके फँटुवामे लागल रहिंट। उहाँक् सम्पादनमे नेपालमे बडघरहरुको तथ्याङ्क निकरल बटिन कलेसे एकठो बिरहीन कथा (२०५६) नामक् कविता संग्रह प्रकाशित बटिन। कमैया ओ चम्पी थारू भाष्क सलिमा बनाइल उहाँ ऊ डुनु सलिमक् ओ भुवर विहान कना थारू भाषक् गीति क्यासेट निकरले बटाँ। राष्ट्रिय लोक ओ आधुनिक गीत कैके सयौँ गीतमे उहाँक् स्वर, संगीत बटिन्। उहाँ टिकापुर (कैलाली) ओ बार्दियक् गुलरिया ओ भुरीगाउँ कैके तीनठो एफएम रेडियो स्टेशनके प्रबन्धक हुइँट।
इहीसे पहिले कवयित्री शान्ति चौधरी (२०५६/२०५७) फुटबल खेलाडी देवनारायण चौधरी (२०५८/२०५९) थारू संस्कृतिवीद् अशोक थारू (२०६४/२०६५) महेश चौधरी (२०६५/६६) कृष्णराज सर्वहारी (२०६६/२०६७) लक्की चौधरी (२०६७ /२०६८) क्षेत्रीय प्रतिभा पुरस्कारसे पुरस्कृत हो सेक्ले बटाँ।

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