चिन्तामणि थारू- ढेर थारू बन्वक संरक्षणमे लागल बटाँ। अस्टेमे ढोढरी–९, खाटा बर्दियाके स्थायी बासिन्दा भदै थारू बन्वक संरक्षणके अग्रणी ब्यक्तित्व हुइट। उहाँक कामके योगदानके कदर कर्टी २०६१ पुस २२ गते पचास हजार रुप्याके अब्राहम पुरस्कार भारतके राजदूत श्याम शरणके हाठसे प्राप्त कइलन।
भदै थारू २०६० सालमे गौरी सामुदायिक बनके अध्यक्ष रहन। बनवम खर कटाए दफे बघवक आक्रमणसे लेबरी आँख गुमइलन। बघवा आँख निचोहले पर भी हिम्मत नइ हारके मुक्कासे मारके बघवे भगाइल बात बतइलन भदै।
ऊ आगे कहत गइलन– कमैया परिवारमे जन्मलेक नाते पह्रेक नइ पइलुँ। सिर्फ एक कक्षा पह्रले बाटु। मोरिक सिर्फ ५ कठ्ठा खेतवा बा। ११ बर्ष टक मै कमैया जीवन बिटैलु। एक छाई दुई छावा ओ हमरे दुइजानेक छोट परिवार बा। बघवक आक्रमणसे बाघप्रति मैया जागल। आज मैं जंगली जनावरके संरक्षणैे दिनरात खटल बाटु। मुहि देश बिदेशके मनइ भेट करे अइठन। अमेरिकाके हिरोइनके सङहरि बघवाक साथे लरल सुटिङ कइले बाटु। ओइसे टाइटानिक फिलिमके हिरो लियोनार्डो मोर बहादुरी डेख्के अपन एक हजार अमेरिकी डलर परनहा चस्मा डेहल बात बटैलन।
जन नायक राजेश हमाल जैसे बन नायक बन्ना अपन सपना रहल बटैलन। बन नायक भदै अगिला जन्ममे जंगलके राजा बाघके रुपमे जन्म लेहना सपना बनैले बाटन। हाल उ सामुदायिक बन समन्वय समितिके उपाध्यक्ष पदमे बाटन। बन्यजन्तुके संरक्षणके बारेमे ठाउँ ठाउँमे तालिम फिर डेठन।
दोभान, सामुदायिक बन समन्वय समितिके आयोजनामे २ दिने तालिम डेहे पाल्पाके दोभानमे पुस १३ गते हुकारसे मोर भेट होइलहे। जम्मा १ कक्षा पह्रल भदै बन्यजन्तु प्रतिके मैया ओ लगनशिलतासे आज उ बिना अक्को अक्षर लिखले तालिम डेहट आइट बाटन। भदैके स्वर फिर बहुट मिठ बा। उ थारू भाषामे सजना गीतके एलबम निकारल बटैलन। हुकार सक्कु गीत मुहेम बा।
वास्तबमे मनैन आगे बढेक लिए पह्रलसे कह्रल रहेक चाही। मनै सफलता पाएक लिए एक लक्ष्य लेहेक परि ओ उ लक्ष्यप्रति सकारात्मक सोच लैके काम करि टे निश्चित रुपसे सफलता पाइ, यकर प्रत्यक्ष उदाहरण बाटन भदै थारू।
साभारः २१ फागुन, गोरखापत्र