त्रिभुवन विश्वविद्यालय क्याम्पस कीर्तिपुर परिसरमे थारू कविता शृङ्खलाके चौथा कार्यक्रम बैशाख २१ गते हुइल। थारू नागरिक समाजके अगुवा दिलबहादुर चौधरीके बर्का पहुनाईमे हुइल कार्यक्रममे करीब एक दर्जन स्रष्टालोग रचना सुनैलाँ। कार्यक्रममे सुशिल चौधरी, कृष्णराज सर्वहारी, बालिका चौधरी, निशा चौधरी, सिताराम चौधरी, योगेश चौधरी, राकेश चौधरी टार्जन, प्रसादु थारू, दोषहरण चौधरी, नन्दु चौधरी, खुशीराम चौधरी, शिव बहादुर चौधरी, मनोज हर्दिउला लगायत कविलोग रचना सुनैले रहिट।
पहुनन् स्वागत कर्टी सिताराम चौधरी कहलाँ– डिग्री पह्रके, जागिर खाके किल नैहुइठ, आपन समाजके वास्तविक चित्रणके लाग सिर्जना फेन करे परठ। कार्यक्रमके बर्का पहुना दिलबहादुर चौधरी कीर्तिपुरके विश्वविद्यालय परिसरमे आपन पैल्हा गोरा परके शुभ कार्यक्रममे आके मोह्न्या गैल बटैलाँ। उहाँ धमारके रागमे थारू अधिकारके बात घुसाके रचना सुनैटी पुर्खन्के बँचाइल सजना, मैना, माँगरमे आधुनिक शव्दके पन्वा डारके थारू साहित्यहे धनी बनाइ पर्नामे जोड डेलाँ।
कार्यक्रममे बैशाख ६ से ८ गतेसम दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलालीके थारू साहित्यिक कार्यक्रममे भाग लेके आइल सुशिल चौधरी कहलाँ– थरुहटमे थारू साहित्य जाग सेकल। आब इही एकरुपता डेना कामेम सब्जे लागे परल। थारू कविता श्रृंखलाके सुत्राधार कृष्णराज सर्वहारी कविता श्रंखलाहे सकभर निरन्तरता डेना जनैलाँ। प्रत्येक कार्यक्रमके वाचित रचनाहे चारपन्ना हुइलेसे फेन पत्रिका निकारे पर्नामे सर्वहित समाज नेपालके अध्यक्ष नन्दु चौधरी जोड डेलाँ। कार्यक्रम थारु युवा परिवारके अध्यक्ष शत्रुघन चौधरीक् अध्यक्षतामे हुइल रहे। थारु युवा परिवार, सर्वहित समाज नेपाल ओ बर्दियाली थारु विकास मञ्चके संयुक्त आयोजनमे कविता शृङ्खला हुइठ।