देउखुरी- थारू भाषा तथा साहित्य संरक्षण मञ्च देउखुरीसे प्रकाशित हुइटी रलक थारू भाषक् ‘लावा डग्गर’ साहित्यिक त्रैमासिकके चौथा वार्षिक उत्सव तथा स्रष्टा सम्मान एवम् बृहत साहित्यिक अन्तर्क्रिया कार्यक्रम हुइल बा। फागुन ५ ओ ६ गते देउखुरीके जंगल कुट्टीमे हुइल कार्यक्रममे दाङ, बाँके, बर्दिया, कैलाली, कपिलवस्तु, काठमाडौं जिल्ला लगायतके करीब ५० जने थारू साहित्यकारन्के जमघट हुइल रहे।
कार्यक्रममे थारू भाषा ओ साहित्यक् विभिन्न विधामे योगदान पुगैलक तीन जने स्रष्टन् सम्मान कैगैल। जेम्ने लम्मा समयसे थारू ओ नेपाली भाषा साहित्यमे निरन्तर कलम चलुइया स्रष्टा कृष्णराज सर्वहारी (काठमाडौं), थारू ओ नेपाली भाषामे पत्रकारिता तथा विशेष कैके व्यंग्य लेखनमे सक्रिय स्रष्टा चित्रबहादुर चौधरी (कैलाली) ओ थारू लोकगीत लेखन तथा गायन क्षेत्रमे योगदान पुगुइया गेदुलाल चौधरी (दाङदेउखुरी) बटाँ। ओस्टक ‘लावा डग्गर’ त्रैमासिक पत्रिकामे निरन्तर विज्ञापन उलब्ध करुइया विज्ञापनदाता सरस्वती हार्डवेयर दाङदेउखुरी, सिसहनियाँ–४ पिपरीक् चिन्तामणि चौधरीहे फेन सम्मान–पत्र सहित दोसल्ला ओह्राके सम्मान कैगैल रहे।
कार्यक्रममे स्रष्टालोग लोकलयमे आपन सिर्जना प्रस्तुत कर्ला। कैलालीक् चम्फा चौधरी धमार, सजना, देउखुरीक् हिराकुमारी चौधरी सजना मार्फत नारी संवेदना ओ पीडा सुनैली। बर्दियक् सुशील चौधरी, देउखुरीक् गेदुलाल चौधरी, छविलाल कोपिला, कैलालीक् सागर कुश्मी लोकगीत मार्फत् थारू समाजके प्रतिविम्व छर्लंङ्ग पर्ला। कार्यक्रममे साहित्यकार कृष्णराज सर्वहारी, बाँकेक् सोम डेमनडौरा, बर्दियक् ठाकुर अकेला, कपिलवस्तुक् रामप्रकाश चौधरी, देउखुरीक् बालगोविन्द चौधरी, शिवहरि चौधरी, केवल चौधरी, शेरबहादुर चौधरी लगायत कविता, गजल, मुक्तक सुनैलाँ। कैलालीक् चित्रबहादुर चौधरी ‘फाटल् गोनियाँ हेर्टी ठिक्क’ शीर्षकके व्यंग्य लेख सुनैले रहिट। उ अवसरमे मिरमिरे रेडियो श्रोता क्लब चैलाही–८ उत्तर मजगाउँ नाच डेखैले रहे।
२०६६ साल माघ माघ महिनासे प्रकाशन शुरुवात कर्लक ‘लावा डग्गर’ त्रैमासिक१३ औं प्रकाशन हो सेकल। जिल्ला प्रशासन कार्यालयमे दर्ता होके नियमित प्रकाशन हुइना यी थारू भाषक् नेपालके एकठो किल साहित्यिक पत्रिका हो। छलफलके क्रममे ‘लावा डग्गर’ त्रैमासिक संरक्षक सदस्य, आजीवन सदस्य वितरण कर्ना बिषयमे छलफल करल। ओकर लग गैरथारू फेन सदस्यता लेहेसेक्ना कैहगैल बा। मञ्चक् अध्यक्ष एवं पत्रिकाके प्रधानसम्पादक छविलाल कोपिलक् अध्यक्षतामे हुइल कार्यक्रममे बर्का पहुना थारू भाषक् पहिला पत्रिका ‘गोचाली’क् संस्थापक सदस्य भगवती चौधरी रहिट। उ अवसरमे ‘जंगलकुटी’क् पूजारी देवीसिंह चौधरी बाघनाथ बाबा जंगलकुटीक् बारेम विस्तृत जानकारी करैले रहिट।